MP News: मध्य प्रदेश सरकार ने बिजली विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब हॉटलाइन मेंटेनेंस कार्य करने वाले कर्मचारियों को पहले से दोगुना भत्ता मिलेगा। यह बढ़ोतरी ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के निर्देश पर की गई है।
क्या है नया बदलाव?
राज्य की पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) में हॉटलाइन मेंटेनेंस करने वाले कर्मचारियों का भत्ता पहले 6 से 40 रुपये के बीच था, जिसे अब 12 से 80 रुपये तक बढ़ा दिया गया है। यह राशि प्रत्येक ऑपरेशन के आधार पर दी जाएगी, जिससे कर्मचारियों को उनके जोखिम भरे कार्य का अधिक लाभ मिलेगा।
हॉटलाइन मेंटेनेंस जोखिम भरा लेकिन महत्वपूर्ण कार्य
हॉटलाइन मेंटेनेंस एक अत्यंत संवेदनशील और खतरनाक कार्य है, जिसमें शटडाउन के बिना हाई-वोल्टेज लाइनों और सब-स्टेशनों का रखरखाव किया जाता है। इस कार्य के लिए कर्मचारियों को बेंगलुरु के केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण से विशेष प्रशिक्षण लेना पड़ता है। इस प्रक्रिया में एक छोटी सी गलती भी जानलेवा साबित हो सकती है। इसलिए, सरकार ने इन कर्मचारियों के भत्ते को बढ़ाकर उनके योगदान को सम्मान देने का फैसला किया है।
सरकार का उद्देश्य और कर्मचारियों का हक
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि यह फैसला कर्मचारियों की सुरक्षा और उनके कर्तव्य को सम्मान देने के लिए लिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर जनता को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं, वे इस अतिरिक्त भत्ते के पूर्ण रूप से हकदार हैं।
लंबे समय बाद मिली राहत
इस भत्ता बढ़ोतरी का कर्मचारियों को 2013 से इंतजार था। आखिरकार, सरकार ने उनकी मांग को स्वीकार करते हुए यह सकारात्मक कदम उठाया है। इस फैसले से कर्मचारियों को न केवल आर्थिक लाभ मिलेगा, बल्कि उनके मनोबल में भी वृद्धि होगी।
मध्य प्रदेश सरकार का यह निर्णय बिजली कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा। हॉटलाइन मेंटेनेंस जैसे जोखिमपूर्ण कार्य को करने वाले कर्मचारियों को उचित सम्मान और सुरक्षा मिलना आवश्यक है, और सरकार का यह कदम इसी दिशा में एक सार्थक पहल है।