मध्य प्रदेश के प्रदेश व्यापारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अजय चोरड़िया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह भंवर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, एक विजयी नेता को राज्य की कमान संभालनी चाहिए। चौधरी ने 15 जुलाई को इंदौर प्रेस क्लब में मीडिया से कहा कि पटवारी की मनमानी के कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है। उन्होंने बीजेपी नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची और अपनी कुर्सी बचाई।
अजय चोरड़िया ने कहा कि पटवारियों की मनमानी के कारण प्रदेश में लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत कम हुआ है, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ की जगह उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। यह एक बहुत बड़ी भूल है। केंद्रीय नेतृत्व का यह फैसला पूरी तरह से कार्यकर्ताओं के हित में नहीं है। जो व्यक्ति खुद अपनी विधानसभा सीट से हार गया उसे प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी गई। इनके कार्यकाल में कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई विधायक भी पटवारी के व्यवहार से नाखुश हैं।
वहीं कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अमिताभ अग्निहोत्री ने भी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और एआईसीसी कमेटी के चेयरमैन पृथ्वीराज चव्हाण को पत्र लिखा। जिसमें कहा लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की समीक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, कई गंभीर समस्याओं के बावजूद स्थानीय नेता उन्हें जनता के सामने उजागर करने में विफल रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी लोकसभा चुनाव के दौरान युवा कांग्रेस और एनएसयूआई को एकजुट करने में विफल रहे।